
GST की नई दरें: सस्ता क्या, महंगा क्या? आम जनता को मिला बड़ा तोहफ़ा
देशवासियों के लिए त्योहारी सीज़न से ठीक पहले सरकार ने एक ऐतिहासिक तोहफ़ा दिया है। जी हाँ, जीएसटी (GST) की नई दरें आज से लागू हो गई हैं और इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर देखने को मिलेगा। लंबे समय से महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए यह राहत किसी उत्सव से कम नहीं है।
कौन-से सामान हुए सस्ते?
नई जीएसटी दरों में सबसे बड़ा बदलाव यह है कि कई रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ों पर अब टैक्स बिल्कुल शून्य (0%) कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब ये सामान और सेवाएँ सस्ती हो जाएँगी –
- दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स – पनीर, छेना, मक्खन, घी, दूध पाउडर आदि पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा।
- बेकरी प्रोडक्ट्स – ब्रेड, पराठा, पिज्ज़ा बेस, खाखरा जैसी चीज़ें भी अब 0% टैक्स स्लैब में आ गई हैं।
- हेल्थ और इंश्योरेंस सेक्टर – जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और वरिष्ठ नागरिकों की पॉलिसियों पर अब जीएसटी नहीं लगेगा।
- स्वास्थ्य सेवाएँ और दवाइयाँ – 33 ज़रूरी दवाओं, डायग्नोस्टिक किट्स, ऑक्सीजन उपकरण, सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स, डेंटल और वेटरनरी डिवाइसेज़ पर टैक्स पूरी तरह से हटा दिया गया है।
- दैनिक उपयोग की वस्तुएँ – साबुन, टूथपेस्ट, शैम्पू, तेल, शेविंग क्रीम, रेज़र, टैल्कम पाउडर, नैपकिन, डायपर, कॉफी, बिस्किट, नूडल्स, नमकीन जैसी वस्तुएँ अब पहले से सस्ती मिलेंगी।
- खेती-बाड़ी से जुड़ी मशीनें – सिलाई मशीन, बर्तन, ट्रैक्टर टायर, सिंचाई मशीन जैसे उपकरणों की दरें भी घटाई गई हैं।
यानी अब सुबह की चाय से लेकर बच्चों के टिफिन तक और बीमार होने पर इलाज से लेकर इंश्योरेंस तक – हर चीज़ जेब पर हल्की साबित होगी।
किस सेक्टर को सबसे ज़्यादा फ़ायदा?
सरकार ने साफ संकेत दिए हैं कि कम टैक्स का फ़ायदा सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाया जाएगा।
- एफएमसीजी सेक्टर – रोज़मर्रा का सामान बेचने वाली कंपनियों ने कहा है कि दाम घटाकर जनता को सीधी राहत दी जाएगी।
- ऑटो सेक्टर – कार, बाइक और ई-रिक्शा जैसी गाड़ियों पर जीएसटी दरें 28% से घटाकर 18% कर दी गई हैं। यानी वाहन खरीदना पहले से किफ़ायती हो जाएगा।
- शिक्षा क्षेत्र – पहले 18% टैक्स लगाया जाता था, अब शिक्षा सेवाओं पर टैक्स 0% कर दिया गया है। यह मध्यम वर्ग के लिए बहुत बड़ा तोहफ़ा है।
- कृषि क्षेत्र – खाद और उपकरणों पर कम टैक्स से किसान खुश हैं। इसका सीधा असर खेती की लागत पर पड़ेगा और उत्पादन बढ़ेगा।
अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
विशेषज्ञों का मानना है कि टैक्स दरों में यह कमी न सिर्फ़ आम जनता को राहत देगी बल्कि इससे खपत बढ़ेगी। जब रोज़मर्रा का सामान सस्ता होगा तो लोग ज़्यादा ख़रीदारी करेंगे। सरकार का अनुमान है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को लाखों करोड़ रुपये का फ़ायदा होगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह सुधार देशवासियों की बचत और सेविंग्स में ऐतिहासिक वृद्धि करेगा और “आत्मनिर्भर भारत” को और मज़बूत बनाएगा।
त्योहारी सीज़न में ‘बचत उत्सव’
सरकार ने इस बदलाव को “बचत उत्सव” के रूप में देखने की अपील की है। क्योंकि अब हर घर में रोज़मर्रा के सामान से लेकर बड़ी ख़रीदारी तक – हर जगह बचत होगी। नवरात्रि और दीपावली जैसे त्योहारों से पहले यह बदलाव बाज़ारों में रौनक लाने वाला है।