
फिलीपींस में धरती का कहर: 7.5 तीव्रता के भूकंप से हिली ज़मीन, सुनामी का खतरा बढ़ा!
फिलीपींस के मिंडानाओ क्षेत्र में शुक्रवार को 7.5 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। भूकंप इतना जबरदस्त था कि कई इमारतें हिल गईं, सड़कें फट गईं और बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। स्थानीय समय के अनुसार यह झटका देर रात महसूस किया गया, जब अधिकांश लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे। अचानक धरती के कंपन से लोग घरों से बाहर भागे और चारों ओर अफरातफरी मच गई।
20 किलोमीटर की गहराई में था केंद्र
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र मिंडानाओ द्वीप के पास, धरती से लगभग 20 किलोमीटर की गहराई में था। इतनी कम गहराई में आने वाले झटके बेहद शक्तिशाली असर डालते हैं। झटके इतने तेज़ थे कि आसपास के देशों — इंडोनेशिया, मलेशिया और पलाऊ तक में भी कंपन महसूस किया गया।
सुनामी का खतरा – तटीय इलाकों को चेतावनी
भूकंप के तुरंत बाद अमेरिकी सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) ने फिलीपींस और आसपास के देशों के लिए सुनामी अलर्ट जारी किया। विशेषज्ञों के मुताबिक, भूकंप के केंद्र से 300 किलोमीटर के दायरे में समुद्र में बड़ी लहरें उठने की आशंका है। फिलीपींस के दक्षिणी तटीय इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन लोगों को ऊँचे इलाकों की ओर जाने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि अब तक किसी बड़ी सुनामी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन खतरा टला नहीं है। समुद्र का जलस्तर कुछ इलाकों में बढ़ा हुआ देखा गया है, जिससे प्रशासन ने निगरानी और तेज़ कर दी है।

इमारतें क्षतिग्रस्त, बिजली सप्लाई ठप
मिंडानाओ के कई शहरों में इमारतों को नुकसान हुआ है। कुछ पुरानी और कमजोर संरचनाएँ आंशिक रूप से ढह गईं। बिजली की आपूर्ति बाधित है और कुछ इलाकों में मोबाइल नेटवर्क भी ठप हो गया है। राहत और बचाव दल मौके पर पहुँच चुके हैं और गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास जारी है।
स्थानीय अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। घायलों के इलाज के लिए अस्थायी कैंप भी बनाए गए हैं। प्रशासन ने बताया कि प्राथमिकता अस्पतालों, सड़कों और आवश्यक सेवाओं को बहाल करने पर दी जा रही है।
भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील है फिलीपींस
फिलीपींस दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक है। यह देश “रिंग ऑफ फायर” नामक भूकंपीय पट्टी पर स्थित है, जहाँ कई टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं — जिनमें फिलीपींस सी प्लेट और यूरेशियन प्लेट प्रमुख हैं। यही वजह है कि यहाँ बार-बार भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, 7.5 तीव्रता का भूकंप अत्यंत शक्तिशाली श्रेणी में आता है। इससे न केवल इमारतें ढह सकती हैं, बल्कि सड़कों, पुलों और तटीय संरचनाओं को भी भारी नुकसान पहुँच सकता है। ऐसे झटके अक्सर आफ्टरशॉक्स यानी छोटे-छोटे झटकों की श्रृंखला भी शुरू करते हैं, जिनका खतरा कई दिनों तक बना रहता है।
सरकार ने शुरू किया राहत अभियान
फिलीपींस के राष्ट्रपति कार्यालय ने आपात बैठक बुलाई है और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सेना और पुलिस को राहत एवं बचाव कार्यों में लगाया गया है। प्रभावित इलाकों में भोजन, पानी और दवाओं की आपूर्ति भेजी जा रही है।
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे झूठी सूचनाओं पर भरोसा न करें और केवल आधिकारिक घोषणाओं का पालन करें। फिलहाल प्राथमिक लक्ष्य ज़िंदगियाँ बचाना और बुनियादी सेवाएँ बहाल करना है।
लोगों में डर और दहशत का माहौल
मिंडानाओ के कई इलाकों में लोग अब भी खुले में रात बिता रहे हैं। लगातार आने वाले आफ्टरशॉक्स ने डर को और गहरा कर दिया है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें इमारतों के झूलने और लोगों के भागने के दृश्य दिखाई दे रहे हैं।