किडनी डैमेज की शुरुआत में दिखते हैं ये 8 खतरे के संकेत, समय रहते पहचानें वरना बढ़ सकता है रिस्क!

किडनी डैमेज के शुरुआती लक्षण: शरीर के ये संकेत बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें, वरना बढ़ सकता है खतरा

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली।
हमारे शरीर में दो किडनियां होती हैं, जो हर दिन करीब 200 लीटर तक खून फिल्टर करती हैं। ये शरीर से वेस्ट और एक्स्ट्रा फ्लूइड बाहर निकालने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, हार्मोन बनाने और मिनरल्स का बैलेंस बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं। लेकिन अगर यही किडनियां कमजोर होने लगें या डैमेज हो जाएं, तो पूरा शरीर प्रभावित होने लगता है।
अक्सर लोग किडनी से जुड़ी बीमारी के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, क्योंकि ये लक्षण बहुत मामूली या सामान्य लगते हैं। यही गलती आगे चलकर गंभीर किडनी डैमेज का कारण बन जाती है।

जानिए क्यों होती है किडनी डैमेज

किडनी डैमेज की सबसे बड़ी वजह होती है — गलत लाइफस्टाइल, अनियमित खान-पान, पानी कम पीना, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां। इसके अलावा, ज्यादा दर्द निवारक दवाएं लेना, नमक और जंक फूड का अधिक सेवन करना भी किडनी को धीरे-धीरे कमजोर करने लगता है।
किडनी के अंदर मौजूद छोटे-छोटे फिल्टर जिन्हें नेफ्रॉन कहा जाता है, जब डैमेज होते हैं तो किडनी खून को ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती। इस स्थिति को नेफ्रोसिस कहा जाता है।

किडनी डैमेज के शुरुआती संकेत

  1. यूरिन में झाग या फेन बनना
    अगर आपके पेशाब में झाग बनता है या वह फेन की तरह दिखता है, तो यह कोई साधारण बात नहीं है। यह इस बात का संकेत है कि आपके यूरिन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ गई है। इसे प्रोटीन्यूरिया कहा जाता है और यह किडनी डैमेज का सबसे शुरुआती लक्षण होता है।
  2. शरीर में सूजन (Swelling in Body)
    किडनी के कमजोर होने पर शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है, जिससे फ्लूड जमा होने लगता है। यह सूजन आमतौर पर पैरों, टखनों, आंखों के नीचे और चेहरे पर दिखती है। कई बार हाथों और पेट में भी फूलापन नजर आता है।
  3. अचानक वजन बढ़ना
    जब शरीर में पानी और फ्लूइड रुक जाता है, तो वजन तेजी से बढ़ सकता है। अगर आपने डाइट या फिजिकल एक्टिविटी में कोई बदलाव नहीं किया और फिर भी वजन बढ़ रहा है, तो यह किडनी डैमेज का संकेत हो सकता है।
  4. थकान और कमजोरी महसूस होना
    किडनी डैमेज होने पर शरीर से टॉक्सिन्स सही से बाहर नहीं निकलते। इससे व्यक्ति को हर समय थकान, सुस्ती और कमजोरी महसूस होती है। कई लोगों को बिना मेहनत किए ही एनर्जी खत्म-सी लगती है।
  5. भूख न लगना और मतली आना
    किडनी जब सही से काम नहीं करती तो शरीर में वेस्ट प्रोडक्ट्स इकट्ठा होने लगते हैं। इससे मुंह में कड़वाहट, भूख कम लगना, उल्टी या मतली जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
  6. यूरिन में बदलाव
    किडनी डैमेज के शुरुआती दौर में यूरिन का रंग बदल सकता है — यह ज्यादा गाढ़ा, झागदार या लाल (खून मिला हुआ) दिख सकता है। कई बार पेशाब की मात्रा कम या ज्यादा हो जाती है। रात में बार-बार यूरिन पास करने की जरूरत भी महसूस हो सकती है।
  7. हाई ब्लड प्रेशर
    किडनी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाती है। जब किडनी सही से काम नहीं करती, तो ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। यह दोनों स्थितियां एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं — हाई बीपी से किडनी डैमेज होती है और किडनी डैमेज से बीपी और बढ़ जाता है।
  8. त्वचा और आंखों के आसपास काले घेरे
    शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ने से त्वचा फीकी, रूखी या खुजलीदार हो सकती है। आंखों के नीचे काले घेरे और चेहरे पर सूजन भी किडनी के खराब होने का संकेत हो सकते हैं।

कैसे बचें किडनी डैमेज से

  • रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • नमक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करें।
  • ब्लड प्रेशर और शुगर को कंट्रोल में रखें।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक दवाएं न लें।
  • नियमित रूप से हेल्थ चेकअप करवाएं, खासकर अगर फैमिली में किसी को किडनी की समस्या रही हो।

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