
यूपी में गुंडई का खौफनाक अंत: दिशा पाटनी फायरिंग मामले में शूटरों का नया वीडियो आया सामने
उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध और गुंडई के खिलाफ सरकार और पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति का असर साफ दिखाई दे रहा है। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग की घटना ने पूरे प्रदेश को हिला दिया था। इस मामले में शामिल शूटरों का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह उन्होंने होटल में रुककर पूरी रेकी की और शूटिंग का प्लान बनाया।
होटल में रुके थे दोनों शूटर
वीडियो में सामने आया है कि दोनों कुख्यात शूटर होटल में ठहरे हुए थे। वहीं से उन्होंने दिशा पाटनी के घर की रेकी की और पूरे वारदात की योजना बनाई। यह वीडियो उनके अपराधी नेटवर्क की चालाकी और योजनाबद्ध साजिश को उजागर करता है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, एनकाउंटर में मारे गए शूटर
जैसे ही पुलिस ने जांच तेज की, दोनों शूटरों का पता लगाया गया। मुठभेड़ में दोनों को पकड़ने की कोशिश हुई, लेकिन गोलीबारी में उनके पैरों में गोली लगी। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। इन बदमाशों के पास से खतरनाक हथियार भी बरामद किए गए।
1-1 लाख के इनामी बदमाशों की तलाश जारी
घटना से जुड़े दो और बड़े बदमाशों की तलाश पुलिस कर रही है। गाजियाबाद एनकाउंटर में पहले ही दो बदमाश मारे जा चुके हैं। लेकिन उनके साथी नकुल और विजय अभी फरार बताए जा रहे हैं। दोनों आरोपी बागपत के रहने वाले हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। कई थानों की फोर्स को एक साथ लगाया गया है ताकि इन फरार अपराधियों को भी जल्द से जल्द पकड़ लिया जाए।
दिशा पाटनी के पिता ने सीएम योगी का जताया आभार
इस पूरे मामले के बाद दिशा पाटनी के पिता जगदीश पाटनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री योगी की बदौलत ही हमारे परिवार को सुरक्षा का अहसास हुआ है। इतनी जल्दी और इतनी सख्त कार्रवाई कर पुलिस ने जो काम किया है, वह काबिले तारीफ है।”
जगदीश पाटनी ने आगे कहा कि “मुख्यमंत्री जी के निर्देश में काम कर रही यूपी पुलिस हर मामले में अपराधियों से कई कदम आगे है। जिस तेजी से इस गैंग का सफाया किया गया, वह सराहनीय है। हमारे परिवार को अब पूरी तरह सुरक्षित महसूस हो रहा है।”
पुलिस की स्मार्ट कार्रवाई
यूपी पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि चाहे शूटर कितने भी चालाक और तकनीकी रूप से स्मार्ट क्यों न हों, पुलिस उससे कहीं ज्यादा स्मार्ट और सक्षम है। यही वजह है कि इतनी कम समय में इतना बड़ा नेटवर्क तोड़कर अपराधियों का अंत किया गया।
अमिताभ यश का बड़ा बयान
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने साफ शब्दों में कहा कि “प्रदेश में किसी भी कीमत पर अपराध और अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। शूटरों की पहचान और लोकेशन निकालने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली गई, जिससे साफ तस्वीरें और सुराग मिले। पुलिस लगातार संगठित अपराध पर कार्रवाई करती रहेगी। अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति आगे भी जारी रहेगी।”
अपराधियों में दहशत
तेजी से हुई इस कार्रवाई के बाद अपराधियों में दहशत है। शूटरों का सफाया और फरार आरोपियों की तलाश से साफ संदेश जा चुका है कि उत्तर प्रदेश में गुंडई का मतलब मौत है। मुख्यमंत्री योगी के सख्त रुख और पुलिस की फुर्तीली कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि अब संगठित अपराधियों का प्रदेश में कोई भविष्य नहीं।