PM मोदी के जन्मदिन पर MP को मिला बड़ा तोहफ़ा

मोदी का जन्मदिन: मध्यप्रदेश को मिला बड़ा रिटर्न गिफ्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन इस बार केवल एक उत्सव नहीं बल्कि इतिहास रचने वाला दिन साबित हुआ। मध्यप्रदेश की पावन धरती धार से प्रधानमंत्री ने देशवासियों को एक के बाद एक तोहफ़े दिए। यह दिन इसलिए और खास रहा क्योंकि यह अवसर केवल जन्मदिन का नहीं था बल्कि भगवान विश्वकर्मा जयंती का भी था। मोदी ने इसे कौशल, परिश्रम और राष्ट्र निर्माण के प्रतीकों को नमन करने का दिन बताया।

धार की ऐतिहासिक धरती से संदेश

पीएम मोदी ने कहा कि धार की धरती पराक्रम और प्रेरणा की प्रतीक रही है। यहाँ के महाराजा भोज का शौर्य और संस्कृति भारत की धरोहर है। प्रधानमंत्री ने ग्यान की देवी माँ वाग्देवी और भोजशाला को नमन करते हुए कहा – “आप कितनी भी दूर क्यों न हों, मैं आपके दिल की बात समझ लेता हूँ।” यही वजह है कि आज जनता की प्रशंसा की गूंज हर ओर सुनाई दी।

उन्होंने मध्यप्रदेश की जनता की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के लोग बेहद अनुशासित होते हैं। कठिनाई आने पर भी सहन करने की प्रवृत्ति मप्र की पहचान है। यही परंपरा और धैर्य देश को मजबूती देता है।

नया भारत, नई ताकत

मोदी ने सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि नया भारत किसी से डरता नहीं है। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने जब हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, तब “ऑपरेशन सिंदूर” चलाकर आतंकियों के ठिकाने मिटा दिए गए। हमारे वीर जवानों ने पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। हाल ही में एक पाकिस्तानी आतंकी ने खुद स्वीकार किया कि भारत अब पहले जैसा नहीं रहा। मोदी ने गर्व से कहा – “यह नया भारत है, जो घर में घुसकर मारता है।”

17 सितंबर: एक ऐतिहासिक तिथि

मोदी ने याद दिलाया कि 17 सितंबर केवल उनका जन्मदिन ही नहीं, बल्कि आज ही के दिन सरदार वल्लभभाई पटेल की लौह इच्छाशक्ति का उदाहरण देखने को मिला था। भारतीय सेना ने हैदराबाद को आज़ाद कराकर भारत की एकता को अक्षुण्ण बनाया था। लेकिन दशकों तक इस वीरगाथा को कोई याद नहीं करता था। अब उनकी सरकार ने इस दिन को हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की है।

जनकल्याण की सौगातें

मध्यप्रदेश की धरती से मोदी ने एक और बड़ा ऐलान किया। उन्होंने मातृ-शक्ति के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उल्लेख किया। इस योजना के तहत पहली संतान पर ₹5000 और दूसरी बेटी के जन्म पर ₹6000 सीधे माताओं के बैंक खाते में दिए जाते हैं। अब तक देशभर की 4.5 करोड़ माताओं को इसका लाभ मिल चुका है और ₹19,000 करोड़ से अधिक राशि सीधे बहनों के खाते में पहुंचाई जा चुकी है।

धार की धरती से ही मोदी ने बताया कि आज ही 15 लाख गर्भवती महिलाओं के खाते में ₹450 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई है। इसके साथ ही सिकल सेल स्क्रीनिंग अभियान को भी नई गति मिली है। मध्यप्रदेश में एक करोड़ से अधिक कार्ड वितरित किए जा चुके हैं और पूरे देश में 5 करोड़ लोगों की जांच हो चुकी है। लाखों जिंदगियाँ इस अभियान से सुरक्षित हुई हैं।

लखपति दीदी’ से आत्मनिर्भरता की ओर

मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखाते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य 3 करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का है। अब तक 2 करोड़ बहनों को आत्मनिर्भर बनाकर लखपति बनाया जा चुका है। उन्होंने कहा – “गरीब माँ का चूल्हा बुझने नहीं दिया जाएगा। गरीब आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। गरीब की पीड़ा मेरी पीड़ा है।”

मोदी की गारंटी

पीएम मोदी ने कहा कि माताओं और बहनों की गरिमा को सुरक्षित करना ही उनकी पूजा और प्रण है। पिछले 11 सालों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया – “गरीब माँ, बहन और बेटियों की जिंदगी बदलना मेरी गारंटी है।”

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