
इंदौर एयरपोर्ट रोड पर भीषण सड़क हादसा: बेकाबू ट्रक ने रौंदी दर्जनों जिंदगियां, 2 की मौत, कई घायल
इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसे से दहल उठी। एयरपोर्ट रोड स्थित शिक्षक नगर इलाके में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक तेज रफ्तार ट्रक अचानक अनियंत्रित होकर भीड़ पर चढ़ गया। चंद पलों में यह हादसा इतना भयानक हो गया कि देखते ही देखते एक दर्जन से ज्यादा लोग ट्रक की चपेट में आ गए। हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा अनिकेत होटल से गीताांजलि अस्पताल के बीच हुआ। बताया जा रहा है कि बेकाबू ट्रक ने राह चलते लोगों और दोपहिया वाहनों को बेरहमी से कुचल दिया। घटना के दौरान एक बाइक ट्रक के नीचे फंस गई, जो लगातार घिसटती रही। इसी दौरान बाइक में आग लग गई और देखते ही देखते पूरे ट्रक ने भी आग पकड़ ली।
आग लगते ही मौके पर हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ट्रक में आग लगा दी। सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक, 13 घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया है – गीताांजलि अस्पताल में 6, वर्मा यूनियन अस्पताल में 2, बठिया अस्पताल में 2, अरविंदो अस्पताल में 2 और भंडारी अस्पताल में 1 घायल को भर्ती किया गया है। इनमें से चार घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
हादसे में जिन दो लोगों की मौत हुई है, उनके शव जिला अस्पताल लाए गए हैं। प्रशासन ने मृतकों की पहचान और परिजनों को सूचना देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि शाम के समय शहर में भारी वाहनों की एंट्री पर रोक रहती है, इसके बावजूद यह ट्रक अंदर घुसा और ताबड़तोड़ रफ्तार से चलते हुए 30 से ज्यादा लोगों को टक्कर मारता चला गया। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इंदौर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल ट्रक चालक की तलाश की जा रही है, जो हादसे के बाद मौके से फरार बताया जा रहा है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर शाम के समय प्रतिबंधित क्षेत्र में यह ट्रक कैसे घुस गया।
यह हादसा इंदौरवासियों के लिए एक गहरी चोट की तरह है। सड़क पर खड़े-खड़े लोगों की जिंदगी पलक झपकते खत्म हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे इलाके में मातम का माहौल है। यह दुर्घटना एक बार फिर ट्रैफिक नियमों और भारी वाहनों के प्रवेश पर सख्त निगरानी की जरूरत को सामने लाती है।