
सहारा में फंसा पैसा अब मिलेगा वापस! सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, निवेशकों को मिली राहत
नेशनल डेस्क: लंबे समय से सहारा ग्रुप में फंसा पैसा निकालने का इंतजार कर रहे लाखों निवेशकों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा रिफंड मामले में अहम आदेश जारी करते हुए SEBI–Sahara फंड से अतिरिक्त 5000 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की अनुमति दे दी है। इसका सीधा फायदा उन लाखों निवेशकों को मिलेगा, जिन्होंने सालों पहले सहारा की अलग-अलग स्कीमों में अपनी मेहनत की कमाई लगाई थी और अब तक पैसे का इंतजार कर रहे थे।
- क्या है सुप्रीम कोर्ट का आदेश?
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में साफ कहा है कि सहारा में फंसे निवेशकों का पैसा वापस करना ही प्राथमिकता है। कोर्ट ने कहा कि SEBI–Sahara फंड से 5000 करोड़ रुपये और निकाले जाएं, ताकि निवेशकों को रिफंड मिल सके। खास बात यह है कि इस पूरे वितरण की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज आर. सुबाष रेड्डी करेंगे, ताकि प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो।
- रिफंड की अंतिम तारीख भी बढ़ी
पहले रिफंड का दावा करने की एक समयसीमा तय की गई थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने निवेशकों की परेशानियों को देखते हुए इस डेडलाइन को बढ़ा दिया है। यानी अगर आपने अभी तक अपना दावा नहीं किया है तो भी आपको मौका मिलेगा। इसका फायदा उन लोगों को होगा जो अब तक किसी कारणवश दावा नहीं कर पाए थे।
- अब तक कितना हुआ रिफंड?
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार अब तक:
करीब 5.43 करोड़ निवेशकों ने 1.13 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का दावा किया है।
इनमें से 2.62 लाख से ज्यादा जमाकर्ताओं को कुल 5,053 करोड़ रुपये वापस मिल चुके हैं।
वहीं, करीब 13 लाख से ज्यादा दावों की जांच अभी भी जारी है।
यह आंकड़े बताते हैं कि अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है, लेकिन धीरे-धीरे निवेशकों तक पैसा पहुंच रहा है।
- भुगतान पर नज़र रखेंगे पूर्व जज
सुप्रीम कोर्ट ने व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए पूर्व न्यायाधीश आर. सुबाष रेड्डी को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। उनकी देखरेख में ही सभी भुगतान होंगे। इससे निवेशकों को भरोसा मिलेगा कि प्रक्रिया निष्पक्ष और तेज़ी से चलेगी।
- अगर अब भी नहीं मिला पैसा तो क्या करें?
अगर आपने सहारा में निवेश किया था और अब तक पैसा वापस नहीं मिला है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आपको SEBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना दावा पंजीकृत करना होगा। सभी जरूरी दस्तावेज जैसे निवेश की रसीदें, पहचान पत्र और बैंक डिटेल्स अपलोड करनी होंगी। इसके बाद आपका दावा जांच प्रक्रिया में जाएगा।