
हार्वर्ड वैज्ञानिक का दावा: 29 अक्टूबर को एलियंस धरती पर कर सकते हैं हमला! पूरी दुनिया में मचा हड़कंप
दुनिया भर में तब सनसनी फैल गई जब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक वैज्ञानिक ने यह दावा किया कि आगामी 29 अक्टूबर को एलियंस धरती पर कोई बड़ी घटना अंजाम दे सकते हैं। उनका कहना है कि यह घटना मानव सभ्यता के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। यह दावा जितना रोमांचक है, उतना ही डराने वाला भी — क्योंकि अब उस दिन में बस कुछ ही दिन बाकी हैं।
एलियंस के हमले की चेतावनी
अमेरिका की प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के खगोलभौतिकी विशेषज्ञ प्रोफेसर एवी लोएब (Avi Loeb) का मानना है कि अंतरिक्ष में दिखाई देने वाला एक रहस्यमयी पिंड, जिसे 3I/ATLAS नाम दिया गया है, कोई सामान्य धूमकेतु नहीं बल्कि एलियन तकनीक हो सकता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यह पिंड 29 अक्टूबर को सूर्य के सबसे करीब पहुंचने वाला है, और उसी समय यह धरती पर किसी “आकस्मिक हमले” को अंजाम दे सकता है।
लोएब ने मज़ाकिया लहजे में कहा, “अगर आप कहीं छुट्टी पर जाना चाहते हैं, तो 29 अक्टूबर से पहले निकल जाएं, क्योंकि उसके बाद क्या होगा, कोई नहीं जानता।”
रहस्यमयी पिंड की असली सच्चाई क्या है?
यह रहस्यमयी वस्तु 1 जुलाई को पहली बार अंतरिक्ष में दिखाई दी थी। बताया जा रहा है कि इसका आकार मैनहैटन शहर जितना बड़ा है और वजन करीब 33 अरब टन है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह अब तक खोजे गए अन्य अंतरतारकीय पिंडों की तुलना में दोगुनी रफ्तार से यात्रा कर रहा है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह पिंड निकेल टेट्राकार्बोनिल (Nickel Tetracarbonyl) नामक एक धातु मिश्रधातु छोड़ रहा है, जो आमतौर पर मानव निर्मित औद्योगिक प्रक्रियाओं में ही पाई जाती है। प्रोफेसर लोएब का कहना है कि किसी प्राकृतिक खगोलीय पिंड में इस पदार्थ का पाया जाना इस बात का संकेत हो सकता है कि यह कोई कृत्रिम (Artificial) वस्तु है — यानी एलियंस द्वारा बनाया गया यान।
वैज्ञानिकों में बंटा मत
लोएब के इस बयान ने वैज्ञानिक जगत में जबरदस्त बहस छेड़ दी है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के खगोलविद क्रिस लिंटॉट ने इसे “बेबुनियाद बकवास” बताया और कहा कि यह दावा उन वैज्ञानिकों के काम का अपमान है जो इस पिंड की वास्तविकता को समझने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि 3I/ATLAS एक साधारण धूमकेतु ही है जो बस अपनी संरचना और गति के कारण अजीब दिखाई दे रहा है।
नासा ने भी दिया जवाब
इन दावों पर नासा (NASA) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। नासा का कहना है कि 3I/ATLAS पृथ्वी के लिए कोई खतरा नहीं है। यह बस सौरमंडल के भीतर से होकर गुज़रेगा और हमारे ग्रह से इसकी दूरी इतनी ज़्यादा होगी कि किसी भी प्रकार का टकराव संभव नहीं है। हालांकि, नासा ने माना कि इस पिंड की कुछ विशेषताएं वाकई रहस्यमयी हैं और वैज्ञानिक इसकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
लोगों में बढ़ी जिज्ञासा और डर
सोशल मीडिया पर यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई है। कुछ लोग इसे मज़ाक समझ रहे हैं, तो कुछ डर से परेशान हैं। कई लोग तो इसे “एलियन डूम्सडे” यानी एलियंस का क़यामत दिवस तक कह रहे हैं। वहीं, प्रोफेसर लोएब का कहना है कि अगर यह वाकई एलियन यान है, तो यह संभव है कि वे मानवता को नष्ट करने नहीं, बल्कि किसी बड़े मकसद से आए हों।
क्या सचमुच कुछ बड़ा होने वाला है?
यह सवाल अब हर किसी के मन में है कि क्या 29 अक्टूबर को वाकई कुछ असाधारण घटने वाला है या यह सब बस एक अटकल भर है। वैज्ञानिक दुनिया फिलहाल दो हिस्सों में बंटी हुई है — एक ओर वे हैं जो इस चेतावनी को गंभीरता से ले रहे हैं, और दूसरी ओर वे जो इसे एक “वायरल हाइप” मानते हैं।