
महाराष्ट्र में बाढ़-बारिश का तांडव: 7 की मौत, हजारों हेक्टेयर फसलें डूबीं, सरकार ने बांटी राहत राशि
महाराष्ट्र इस समय भीषण बारिश और बाढ़ की चपेट में है। कई जिलों में आसमान से बरसती आफत ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश ने जहां गांवों और शहरों को डुबो दिया है, वहीं सड़कों पर नदियाँ बहने लगी हैं। खेत खलिहान जलमग्न हो चुके हैं और किसान अपनी बरबाद फसलों को देखकर हताश हैं। अब तक बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
पंढरपुर में हेलिकॉप्टर से बचाव अभियान
सोलापुर के पंढरपुर इलाके में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। लगातार बारिश के बाद नदियाँ उफान पर हैं और सैलाब ने रिहायशी इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया है। लोग अपने घरों की छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। सेना और NDRF की टीमों ने मोर्चा संभाला और हेलिकॉप्टर की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सड़कों पर जगह-जगह पानी भरा है, मानो पूरा इलाका तालाब में बदल गया हो।
किसानों पर डूबी आफत
बारिश और बाढ़ का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ा है। हजारों हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। धान, सोयाबीन, गन्ना और कपास जैसी फसलें पानी में डूब गईं। अमरावती में नाराज किसानों ने अपने खराब हुए खेतों पर ट्रैक्टर चलाकर अनोखा विरोध प्रदर्शन भी किया। विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये मुआवजा दिया जाए और कर्ज माफी की घोषणा जल्द की जाए।
सरकार की राहत घोषणा
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हालात का जायजा लिया और कैबिनेट बैठक के बाद राहत पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अब तक 2,200 करोड़ रुपये से ज्यादा की राहत राशि 31 लाख किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी है। इसके अलावा 215 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि भी मंजूर की गई है, जिससे लाखों किसानों को सीधी मदद मिलेगी।
नदियों का रौद्र रूप
नासिक में गोदावरी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। ड्रोन से ली गई तस्वीरों में मंदिर, घाट और आसपास की बस्तियाँ पूरी तरह जलमग्न दिखाई दीं। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घाटों पर न जाएँ और सुरक्षित स्थानों पर रहें। जल स्तर बढ़ने से कई गांव खाली कराए गए हैं। वहीं हिंगोली में भी 70 लोगों को रस्सियों के सहारे बाढ़ से बाहर निकाला गया।
विपक्ष का हमला
कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “यह समय राजनीति का नहीं, इंसानियत का है। सरकार को किसानों और बाढ़ प्रभावित लोगों की तुरंत मदद करनी चाहिए।” उन्होंने मांग की कि किसानों का कर्ज जल्द से जल्द माफ किया जाए और राहत राशि सीधे हाथों में दी जाए।
डिप्टी सीएम की अपील
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे भी लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “यह किसानों पर आया हुआ बहुत बड़ा आसमानी संकट है। हमारी सरकार हमेशा की तरह इस बार भी किसानों के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव मदद दी जाएगी।”
हालात अब भी गंभीर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश जारी रहेगी। धाराशिव, अकोला, परभणी, बीड और जलना जिलों में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।