फर्रुखाबाद: टेक ऑफ के दौरान अनियंत्रित हुआ विमान, रनवे से उतरकर झाड़ियों में जा रुका़ – बड़ा हादसा टला!

फर्रुखाबाद में बड़ा हादसा टला: उड़ान भरते वक्त मिनी जेट रनवे पर फिसला, उद्योगपति और उनका परिवार बाल-बाल बचा

फर्रुखाबाद जिले के खिमसेपुर औद्योगिक क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। यहां एक मिनी जेट विमान उड़ान भरते वक्त रनवे पर फिसलकर झाड़ियों में जा घुसा, जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई। राहत की बात यह रही कि विमान में सवार उद्योगपति और उनका परिवार सुरक्षित बच गए। यह घटना सुबह करीब 10:30 बजे की बताई जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, यह प्राइवेट जेट वी.टी. डेज (VT-DAZ) जेट सर्विस एविएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का था। विमान में वुडपैकर ग्रीन एनर्जी न्यूट्री प्रा. लि. के डीएमडी अजय अरोड़ा, एसबीआई हेड सुमित शर्मा, बीपीओ राकेश टीकू, कैप्टन नसीब बामल, और कैप्टन प्रतीक फर्नांडिस सवार थे। सभी लोग खिमसेपुर औद्योगिक क्षेत्र में बन रही बीयर फैक्ट्री का निरीक्षण करने के लिए बुधवार को भोपाल से आए थे और गुरुवार सुबह वापस भोपाल लौटने वाले थे।

उड़ान भरते वक्त विमान अनियंत्रित होकर फिसला

जानकारी के मुताबिक, विमान ने रनवे पर लगभग 400 मीटर तक गति पकड़ी, लेकिन अचानक अनियंत्रित होकर फिसल गया और रनवे के किनारे झाड़ियों में जा घुसा। हादसे के समय विमान की रफ्तार काफी तेज थी, लेकिन पायलट की सूझबूझ से विमान बाउंड्री वाल से पहले ही रुक गया, जिससे एक बड़ी त्रासदी होने से बच गई।

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। विमान में सवार सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हादसे की असली वजह क्या थी।

पहिए में हवा कम होने से हुआ हादसा

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विमान के एक पहिए में हवा कम थी, जिसके कारण विमान संतुलन खो बैठा और रनवे पर फिसल गया। कंपनी के उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट हेड मनीष कुमार पांडे ने बताया कि पायलट को पहले से ही पहिए की समस्या की जानकारी थी, इसके बावजूद विमान को उड़ाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने पायलट पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि “अगर थोड़ी सी भी चूक हो जाती, तो आज बड़ा हादसा हो सकता था।”

फायर ब्रिगेड को पहले से सूचना नहीं दी गई

फायर ब्रिगेड अधिकारियों ने बताया कि उन्हें घटना से 12 घंटे पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी, जबकि नियमों के तहत प्राइवेट फ्लाइट की लैंडिंग और टेकऑफ से पहले ट्रेजरी फीस जमा करना और फायर विभाग को पूर्व सूचना देना जरूरी होता है। बताया गया कि इस फ्लाइट की लैंडिंग की सूचना मात्र आधे घंटे पहले दी गई थी, जिससे आपात स्थिति में तैयारी नहीं हो सकी।

हादसे के बाद की स्थिति

हादसे के बाद हवाई पट्टी पर कुछ समय के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी गई। विमान को झाड़ियों से निकालने के लिए क्रेन की मदद ली गई। स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गई थी। सभी लोग यह देखकर हैरान थे कि कैसे विमान बाउंड्री वाल से कुछ मीटर पहले ही रुक गया।

डीएमडी अजय अरोड़ा ने बताया कि वह और उनका परिवार आगरा से दूसरी फ्लाइट लेकर भोपाल जाएंगे, क्योंकि यह विमान अब मरम्मत के बिना उड़ान योग्य नहीं है। उन्होंने प्रशासन और स्थानीय पुलिस की तत्परता की सराहना की, जिनकी मदद से सभी लोग सुरक्षित बाहर निकाले गए।

जांच के आदेश

जिला प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारी यह जांच कर रहे हैं कि क्या विमान की उड़ान से पहले सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि पायलट ने तकनीकी खराबी की जानकारी के बावजूद उड़ान की अनुमति क्यों दी।

बड़ा हादसा टल गया

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि प्राइवेट जेट उड़ानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन कितना सख्ती से किया जा रहा है। अगर विमान कुछ मीटर और आगे निकल जाता, तो यह दुर्घटना बेहद गंभीर हो सकती थी। फिलहाल, सभी यात्री सुरक्षित हैं और प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

फर्रुखाबाद के लोगों ने इसे “भगवान का चमत्कार” बताया है, क्योंकि विमान में सवार सभी यात्री बिना किसी चोट के सुरक्षित बच निकले। अब हादसे के कारणों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पायलट की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

Leave a Comment