
दिल्ली BMW हादसा : वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी की मौत, पत्नी समेत कई घायल
दिल्ली की सड़कों पर रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। रिंग रोड पर छावनी मेट्रो स्टेशन के पास एक तेज रफ्तार BMW कार ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। इस भयंकर हादसे में अधिकारी की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी समेत तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान नवजोत सिंह (52 वर्ष) के रूप में हुई है, जो वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव (Deputy Secretary) के पद पर तैनात थे। वे दिल्ली के हरिनगर इलाके में रहते थे।
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब सिंह अपनी पत्नी के साथ धौला-कुआं मेट्रो स्टेशन मार्ग से गुजर रहे थे। बताया जा रहा है कि यह हादसा मेट्रो खंभा संख्या 67 के पास हुआ। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सिंह की मौके पर ही हालत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनकी पत्नी सहित तीन अन्य लोग भी इस हादसे में घायल हुए।
हैरानी की बात यह रही कि BMW चला रही आरोपी और उसका पति भी इस दुर्घटना में घायल हो गए। दोनों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी और उसकी पत्नी दोनों गुरुग्राम निवासी हैं।
हादसे की कहानी और भी हैरान करने वाली है। BMW सवार आरोपी का नाम गगनप्रीत बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज थी कि बाइक सवार IAS अधिकारी और उनकी पत्नी को जोरदार टक्कर लगी। हादसे के बाद घायल नवजोत सिंह और उनकी पत्नी को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि घटनास्थल से महज़ 5 किलोमीटर के दायरे में कई बड़े अस्पताल मौजूद थे—जैसे कि RML, RR हॉस्पिटल, प्राइमस हॉस्पिटल और आर्मी हॉस्पिटल। वहां 10-15 मिनट में आसानी से पहुंचाया जा सकता था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उन्हें करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल ले जाया गया, जिससे 40 से 45 मिनट का बहुमूल्य समय बर्बाद हो गया।डॉक्टरों का कहना है कि अगर नवजोत को पास के अस्पताल में लाया जाता, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी। लेकिन देर से इलाज मिलने के कारण उन्हें ब्रॉट डेड (Broad Dead) घोषित कर दिया गया। यह लापरवाही अपने आप में कई सवाल खड़े करती है।वहीं, हादसे में आरोपी गगनप्रीत को भी हल्की चोटें आई थीं। वह खुद भी उसी अस्पताल में भर्ती हुआ, लेकिन जैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी मिली, तुरंत टीम मौके पर पहुंची। आरोपी का मेडिकल करवाया गया और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक गगनप्रीत के पिता उसी अस्पताल में पार्टनर हैं, इसी वजह से नवजोत सिंह को पास के अस्पतालों में न ले जाकर वहां पहुंचाया गया। यह मामला और भी संदेह खड़ा करता है कि आखिर क्यों घायल को दूर ले जाने का फैसला लिया गया।
मृतक सिंह के बेटे ने बताया कि उनके माता-पिता बंगला साहिब गुरुद्वारे से लौट रहे थे और खाना खाने के लिए कर्नाटक भवन पर रुके थे। हादसे के वक्त वे धौला-कुआं से हरिनगर अपने घर जा रहे थे। तभी अचानक पीछे से तेज रफ्तार BMW ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी।
इस घटना ने राजधानी दिल्ली की सड़कों पर सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की गंभीरता को फिर से सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। नवजोत सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारी, जो देश की आर्थिक नीतियों के अहम हिस्से रहे, एक लापरवाह ड्राइविंग की वजह से अपनी जान गंवा बैठे।
पुलिस ने फिलहाल आरोपी कार चालक पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच तेज़ कर दी है। वहीं परिवार का कहना है कि अगर समय पर नज़दीकी अस्पताल ले जाया जाता तो शायद सिंह की जान बच सकती थी।