जयपुर में भीषण हादसा: हाईटेंशन तारों से टकराई स्लीपर बस में लगी आग, 3 यात्रियों की मौत, कई गंभीर रूप से झुलसे

जयपुर में भीषण हादसा: हाईटेंशन तारों से टकराई स्लीपर बस में लगी आग, तीन मजदूरों की मौत, कई गंभीर रूप से झुलसे

राजस्थान की राजधानी जयपुर के मनोहरपुर इलाके में सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। मजदूरों से भरी एक स्लीपर बस बिजली के हाईटेंशन तारों से टकरा गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। इस दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए हैं। बस में करीब 65 लोग सवार थे, जिनमें ज्यादातर ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर थे।

हादसे का दिल दहला देने वाला मंजर

घटना सुबह उस वक्त हुई जब बस मनोहरपुर इलाके से गुजर रही थी। बस में सवार लोग ईंट भट्टे पर मजदूरी करने जा रहे थे। बताया जा रहा है कि बस की ऊंचाई ज्यादा होने के कारण उसका ऊपरी हिस्सा बिजली के हाईटेंशन तारों से टकरा गया। टकराते ही चिंगारियां उठीं और कुछ ही सेकंड में पूरी बस आग के गोले में तब्दील हो गई। लोगों में अफरातफरी मच गई।

बस के अंदर से चीख-पुकार की आवाजें गूंजने लगीं। कई मजदूरों ने खिड़कियां तोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन कुछ यात्री आग की लपटों में घिर गए और बाहर नहीं निकल सके। आग इतनी तेज थी कि बस की खिड़कियां और दरवाजे कुछ ही मिनटों में पिघल गए।

आठ गैस सिलेंडरों ने बढ़ाई तबाही

जानकारी के मुताबिक, बस की छत पर आठ गैस सिलेंडर, तीन बाइक और आठ साइकिलें रखी हुई थीं। जब बस बिजली के तारों से टकराई, तो शॉर्ट सर्किट से उठी चिंगारी ने सिलेंडरों को अपनी चपेट में ले लिया। कुछ ही पलों में सिलेंडर फटने लगे और आग विकराल रूप लेती चली गई। धमाकों की आवाज से आस-पास के लोग दहशत में आ गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी।

फायर ब्रिगेड की टीम ने मुश्किल से पाया आग पर काबू

मौके पर पहुंची दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुट गईं। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस बीच राहत और बचाव कार्य भी चलता रहा। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा।

घायलों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल और पास के स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, कई मजदूरों की हालत बेहद गंभीर है और उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है।

चश्मदीदों ने बताया – सब कुछ कुछ सेकंड में हुआ

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “बस जैसे ही तारों के नीचे पहुंची, अचानक तेज आवाज आई और बस में चिंगारियां उठने लगीं। कुछ ही पलों में आग पूरी बस में फैल गई। लोग खिड़कियों से कूदकर जान बचाने की कोशिश करने लगे, लेकिन कई लोग लपटों में फंस गए।”

दूसरे चश्मदीद ने बताया कि आसपास के लोगों ने पानी और मिट्टी डालकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।

प्रशासन ने जताया दुख, जांच के आदेश

हादसे की सूचना मिलते ही जयपुर ग्रामीण पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बस की ऊंचाई अधिक थी या फिर तार नीचे लटके हुए थे।

पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह हादसा लापरवाही की वजह से हुआ है। बस चालक और मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

इस दर्दनाक हादसे ने कई परिवारों को उजाड़ दिया। जिन मजदूरों ने सुबह घर से रोटी कमाने के लिए कदम बाहर रखा था, शाम तक उनके घरों में मातम पसर गया। किसी ने अपना बेटा खो दिया तो किसी की गोद सूनी हो गई। अस्पताल में घायल मजदूरों के परिजन रो-रोकर बेहाल हैं।

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