
चलते-चलते झूला बना डर का प्रतीक! Raisen मेले में बाल-बाल बचे सैकड़ों लोग, वीडियो देख सिहर उठे लोग
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। नवरात्रि के शुभ अवसर पर कंडेरा वाली माता मंदिर परिसर में हर साल की तरह इस बार भी भव्य मेले का आयोजन किया गया था। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे मेले में लगा एक विशाल झूला अचानक चलते-चलते टूटकर एक तरफ झुक गया।
यह घटना इतनी अचानक हुई कि कुछ ही सेकंड में वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। झूले पर बैठे लोग हवा में एक तरफ झूलते हुए फंस गए, वहीं नीचे खड़े लोग घबराकर चीख-पुकार करने लगे। कुछ पल के लिए ऐसा लगा जैसे कोई बड़ा हादसा होने वाला है।
💥 झूला झुका, हवा में लटक गए लोग
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, झूला तेज़ी से घूम रहा था तभी अचानक उसका एक “कुंडा” (लोहे का जोड़) टूट गया। इसके बाद पूरा झूला एक तरफ झुक गया। झूले में बैठे लोगों के हाथ पैर कांपने लगे और वे मदद के लिए चिल्लाने लगे। कई महिलाएं और बच्चे डर के मारे रोने लगे।
पास खड़े लोग झट से झूले की ओर भागे और किसी तरह मदद करने की कोशिश करने लगे। पुलिस बल और स्थानीय लोग तुरंत हरकत में आए। कुछ युवक झूले के ढांचे पर चढ़ गए और फंसे हुए लोगों को सावधानी से नीचे उतारा।
🚨 समय पर कार्रवाई ने टाला बड़ा हादसा
इस हादसे में किसी को कोई चोट नहीं आई, यह एक राहत भरी बात रही। देवनगर थाना प्रभारी हरिओम अवस्थया ने बताया कि यह झूला पैरों से चलने वाला झूला था, जिसमें एक कुंडा टूटने की वजह से यह एक तरफ झुक गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी लोग सुरक्षित हैं और किसी को खरोंच तक नहीं आई।
अगर पुलिस और स्थानीय लोग समय पर सक्रिय नहीं होते तो यह हादसा एक बड़ी त्रासदी में बदल सकता था। लोगों के साहस और तत्परता ने कई जिंदगियां बचा लीं।
🧿 मंदिर और मेले का दृश्य
यह मेला रायसेन जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर सागर रोड पर स्थित कंडेरा वाली माता मंदिर परिसर में लगा हुआ है। हर साल नवरात्रि के दौरान यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन करने और मेला देखने आते हैं। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी इस मेले का पूरा आनंद लेते हैं।
लेकिन इस बार का दृश्य कुछ अलग था — जब अचानक आनंद का माहौल दहशत में बदल गया। हालांकि सौभाग्य से कोई जानमाल की हानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना प्रशासन की लापरवाही पर बड़े सवाल खड़े करती है।
⚠️ सवालों के घेरे में प्रशासन
स्थानीय लोगों का कहना है कि झूले और झूलाघरों की कोई सुरक्षा जांच नहीं की गई थी। किसी अधिकारी ने यह देखने की जहमत तक नहीं उठाई कि ये झूले सही स्थिति में हैं या नहीं। ऐसे में लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने लापरवाही बरती और श्रद्धालुओं की जान खतरे में डाली।
यदि झूले की टाइम पर जांच और मेंटेनेंस की गई होती, तो शायद यह डरावना हादसा भी नहीं होता।
🎡 लोग बोले — “भगवान की कृपा थी जो सब बच गए”
हादसे के बाद लोगों में भगवान के प्रति आस्था और बढ़ गई। कई श्रद्धालुओं ने कहा, “मां कंडेरा वाली की कृपा थी कि कोई जान नहीं गई।”
वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि विशाल झूला एक तरफ झुक गया है और लोग हवा में फंसे हुए हैं, जबकि नीचे लोग मदद के लिए भाग रहे हैं।