चक्रवती ‘शक्ति’ देगा दस्तक इन राज्यों में तूफ़ान का अलर्ट

अरब सागर में उठे चक्रवात ‘शक्ति’ ने बढ़ाई चिंता, मौसम विभाग ने दी गंभीर चेतावनी – महाराष्ट्र और गुजरात में हाई अलर्ट

अरब सागर इन दिनों बेहद उफान पर है। समुद्र की लहरें ऊंची उठ रही हैं और आसमान में घने काले बादलों ने दिन में भी अंधकार फैला दिया है। इसी बीच अरब सागर में बना चक्रवात ‘शक्ति’ (Cyclone Shakti) अब गंभीर रूप लेता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस तूफ़ान को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है और महाराष्ट्र व गुजरात के कई तटीय ज़िलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

चक्रवात ‘शक्ति’ की मौजूदा स्थिति

मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात ‘शक्ति’ इस समय द्वारका से लगभग 300 किलोमीटर पश्चिम में और पाकिस्तान के कराची से करीब 330 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम दिशा में स्थित है। यह तूफ़ान लगभग 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से पश्चिम और फिर दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 24 घंटों में यह चक्रवात और अधिक प्रचंड रूप ले सकता है और गंभीर चक्रवाती तूफ़ान में तब्दील हो सकता है।

मौसम विभाग का अनुमान है कि यह चक्रवात 5 अक्टूबर तक अरब सागर के मध्य हिस्सों तक पहुंच जाएगा, जिससे तटीय इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश की स्थिति बन सकती है।

महाराष्ट्र और गुजरात में अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग ने 3 से 7 अक्टूबर तक की अवधि के लिए गंभीर मौसम चेतावनी जारी की है। महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में तेज़ हवाओं और भारी बारिश की संभावना जताई गई है। समुद्र में ऊँची-ऊँची लहरें उठ रही हैं, इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।

वहीं, विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में भी अगले कुछ दिनों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है। उत्तर कोंकण के निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।

सरकार और प्रशासन सतर्क

महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवात ‘शक्ति’ को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट मोड में डाल दिया है। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि—

  • आपदा प्रबंधन प्रणाली को सक्रिय किया जाए।
  • तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों के लिए निकासी योजना (Evacuation Plan) तैयार की जाए।
  • मछुआरों और नाविकों को समुद्री यात्रा से पूरी तरह बचने की अपील की जाए।
  • भारी बारिश और तेज हवाओं के दौरान सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए।

राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन दलों को तैनात रखा जाएगा।

अरब सागर में बढ़ती चक्रवातों की रफ्तार

विशेषज्ञों का कहना है कि अरब सागर में सामान्यतः चक्रवात कम बनते हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इनकी संख्या और तीव्रता दोनों बढ़ी हैं। साल 2021 में चक्रवात ‘ताऊते’ और 2023 में ‘बिपरजॉय’ ने भारी तबाही मचाई थी। अब ‘शक्ति’ उन्हीं की तरह एक और बड़ा तूफ़ान बनता दिख रहा है।

हालांकि, फिलहाल यह चक्रवात सीधे तटीय इलाकों से नहीं टकरा रहा, लेकिन इसके लगातार प्रचंड रूप लेने की संभावना को देखते हुए सतर्कता बरतना बेहद ज़रूरी है।

संभावित प्रभाव

मौसम विभाग के अनुसार—

  • 3 से 7 अक्टूबर के बीच महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय जिलों में मध्यम से लेकर भारी वर्षा होगी।
  • तेज़ हवाएं (60–80 किमी./घंटा तक) चल सकती हैं।
  • कुछ इलाकों में पेड़ों के गिरने, बिजली गुल होने और यातायात बाधित होने जैसी स्थितियां बन सकती हैं।
  • कोंकण के निचले क्षेत्रों में जलभराव और मराठवाड़ा में फसल क्षति की आशंका है।

विशेषज्ञों की सलाह

  • मौसम विशेषज्ञों और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि—
  • मौसम विभाग के अधिकारिक अपडेट्स पर ही भरोसा करें।
  • समुद्र किनारे या ऊँची लहरों वाले इलाकों में जाने से बचें।
  • यदि प्रशासन निकासी के आदेश दे, तो तुरंत सुरक्षित स्थान
  • पर जाएं।
  • बिजली उपकरणों, खुले तारों और पेड़ों से दूर रहें।

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