अयोध्या में सिलेंडर ब्लास्ट का कहर! मकान धराशायी, 5 की मौत – मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका

अयोध्या में बड़ा धमाका: मकान में गूंजा विस्फोट, पांच की दर्दनाक मौत — तीन मासूमों समेत दो युवक दबे मलबे में, सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश

अयोध्या में गुरुवार की शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। भदरसा-भरतकुंड नगर पंचायत के महाराणा प्रताप वार्ड स्थित पगलाभारी गांव में अचानक एक जोरदार धमाके की आवाज से पूरा इलाका कांप उठा। देखते ही देखते एक पक्का मकान भरभराकर ज़मीन पर गिर गया। इस भयावह हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें तीन मासूम बच्चे और दो युवक शामिल हैं।

धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों की दीवारें तक हिल गईं और लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। मौके पर कुछ ही मिनटों में सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए। मलबे में से कराहने की आवाजें आ रही थीं। लोग अपने हाथों और फावड़ों से मलबा हटाने में जुट गए। इसी बीच सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई।

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या ने स्वयं राहत-बचाव कार्य की कमान संभाली। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाया गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद पांच लोगों को बाहर निकाला गया, लेकिन अफसोस की बात यह रही कि सभी ने दम तोड़ दिया था।

मृतकों में गृहस्वामी रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ, उनकी बेटी ईशा, पुत्र यश और दो अन्य युवक शामिल हैं। बताया जा रहा है कि रामकुमार के मकान में आटा चक्की का काम भी चलता था। हादसे के वक्त परिवार के लोग घर में मौजूद थे। धमाके के बाद पूरा घर ढह गया।

जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने पांचों लोगों को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक तीन बच्चे 7 से 8 साल की उम्र के थे, जबकि दो युवक लगभग 35 से 40 साल के रहे होंगे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

धमाके की वजह पर उलझी जांच: पटाखे या गैस सिलेंडर का ब्लास्ट?

प्रारंभिक जांच में पुलिस को घटनास्थल से फटा हुआ कुकर और सिलेंडर मिला है। इसके साथ ही कुछ पटाखों के अवशेष भी बरामद किए गए हैं। इससे यह शक और गहरा गया है कि धमाका रसोई गैस सिलेंडर फटने या फिर पटाखों के फटने से हुआ होगा। हालांकि, अभी तक पुलिस ने आधिकारिक रूप से किसी एक कारण की पुष्टि नहीं की है।

मौके पर ईंधन गैस जैसी बदबू भी महसूस की गई है, जिससे सिलेंडर ब्लास्ट की आशंका मजबूत हो रही है। फिर भी, पुलिस ने बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की टीमों को जांच में लगाया है ताकि किसी अन्य विस्फोटक की संभावना को भी खारिज किया जा सके। देर रात तक रेस्क्यू और जांच का काम जारी रहा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए सख्त निर्देश

घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तुरंत एक्शन में आने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को मौके पर रहकर हर जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए। सीएम ने यह भी कहा कि हादसे की वास्तविक वजह जल्द से जल्द सामने लाई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

सीएम कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह संभवतः सिलेंडर फटने की घटना है, लेकिन जांच पूरी होने तक कोई निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा। फिलहाल, राहत और बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है और मलबे में किसी अन्य व्यक्ति के फंसे होने की संभावना नहीं बची है।

गांव में मातम, हर आंख नम

पगलाभारी गांव में इस हादसे के बाद मातम पसरा हुआ है। पूरे गांव में सन्नाटा छा गया है। हर किसी की जुबान पर बस एक ही सवाल है — आखिर इतना बड़ा धमाका कैसे हुआ? जिन बच्चों की हंसी कुछ घंटे पहले तक गलियों में गूंज रही थी, अब उनकी चुप्पी पूरे गांव को रुला रही है।

लोगों के मुताबिक, घटना के समय घर में रसोई का काम चल रहा था और संभव है कि गैस लीक होने से धमाका हुआ हो। कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि घर में त्योहारों के मद्देनजर पटाखे रखे गए थे।

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