“अब समंदर की लहरों पर मिलेगा लक्ज़री सफ़र, मुंबई से खुलेगा नया क्रूज़ द्वार”

मुंबई: भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई अब समुद्री पर्यटन की दिशा में भी विश्व मानचित्र पर एक अलग पहचान बनाने जा रही है। यहां के इंदिरा डॉक पर बने मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (MICT) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह टर्मिनल न केवल भारत का सबसे बड़ा बल्कि एशिया के चुनिंदा विश्वस्तरीय क्रूज़ टर्मिनलों में से एक है। इसके बन जाने से समुद्री यात्रा करने वाले पर्यटकों और यात्रियों को आधुनिकतम सुविधाओं के साथ एक शानदार अनुभव मिलेगा।

यह टर्मिनल प्रधानमंत्री मोदी के “समुद्र से समृद्ध भारत” विज़न का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश को समुद्री व्यापार, पर्यटन और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में वैश्विक शक्ति बनाना है। मुंबई पहले से ही देश की ‘आर्थिक राजधानी’ के रूप में जानी जाती है, लेकिन अब यह समुद्री पर्यटन और क्रूज़ उद्योग की भी ‘हब’ बनने की ओर अग्रसर है।

टर्मिनल की विशेषताएं

मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल दो मंज़िला (G + 1) संरचना में बनाया गया है और यह 2,07,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां यात्रियों की सुविधा के लिए 72 आधुनिक चेक-इन और इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं, जिससे प्रक्रियाएं तेज़ और सरल होंगी। टर्मिनल में अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था, आरामदायक प्रतीक्षालय, शॉपिंग एरिया और मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।

यहां से यात्री भारत के विभिन्न तटीय शहरों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों तक क्रूज़ यात्रा कर सकेंगे। इस टर्मिनल के जरिए देश में पर्यटन को एक नई उड़ान मिलेगी, क्योंकि अब विदेशी क्रूज़ शिप भी आसानी से यहां आकर यात्रियों को उतार और चढ़ा पाएंगे।

आर्थिक और पर्यटन दृष्टि से महत्व

MICT के शुरू होने से न केवल मुंबई बल्कि पूरे भारत में क्रूज़ पर्यटन का एक नया अध्याय शुरू होगा। यह अनुमान है कि आने वाले वर्षों में लाखों देशी और विदेशी पर्यटक यहां से क्रूज़ यात्रा करेंगे। इससे होटल, रेस्टोरेंट, परिवहन, और स्थानीय हस्तशिल्प उद्योग को भी बड़ा फायदा मिलेगा। मुंबई की स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये की अतिरिक्त आय होगी।

सरकार का लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में भारत को एशिया का प्रमुख क्रूज़ टूरिज़्म डेस्टिनेशन बनाया जाए। MICT इस दिशा में एक मजबूत आधार साबित होगा। यह प्रोजेक्ट न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगा, बल्कि देश की ‘ब्लू इकॉनमी’ यानी समुद्री अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी का विज़न

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा यह बात कही है कि “भारत का भविष्य समुद्र से भी जुड़ा हुआ है।” बंदरगाहों का विकास, तटीय राज्यों की प्रगति और पर्यटन के क्षेत्र में निवेश, यह सभी कदम भारत को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए हैं। MICT उसी विज़न का ठोस उदाहरण है।

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